देसी (आयुर्वेदिक ) एंटीबायोटिक्स
क्या आप जानते हैं एलोपथिक एंटीबायोटिक्स लेने के नुकसान बहुत हैं। चलिए, जानें, कुछ प्राक्रतिक एंटीबायोटिक्स के बारे में।
आमतौर पर बैक्टीरिया इंफेक्शन दूर करने के लिए एंटीबायोटिक्स का इस्तेमाल किया जाता है। अगर एंटीबायोटिक्स सही से काम करती हैं तो वो आसानी से बैक्टीरिया को या तो मार देती हैं या फिर बैक्टीरिया को बढ़ने से रोक देती है।
एंटीबायोटिक्स वायरस से होने वाले इंफेक्शन से नहीं लड़ सकती जैसे कोल्ड, फ्लू, कफ और गले की तकलीफ। साथ ही ये फंगल इंफेक्शन से लड़ने में भी असमर्थ है।
ऐसे में जरूरी हो जाता है आप कुछ ऐसे घरेलू उपचार करें जिससे एंटीबायोटिक्स के साइड इफेक्ट भी ना हो और इंफेक्शन से भी जल्दी निजात मिल जाएं। जानिए, ऐसे ही कुछ घरेलू एंटीबायोटिक्स जो आसानी से तमाम रोगों से मुक्ति दिला सकते हैं।
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लहसुन Garlic
लहसुन एक ऐसा नैचुरल एंटीबायोटिक्स है जो एंटीफंगल और एंटीवायरल का काम करता है।
लहसुन LDL यानी bad cholesterole को शरीर में जमने से रोकता है l बैक्टीरिया दूर करने में बहुत मदद कर है।
आपको 2 से 3 लहसुन खाली पेट खाना चाहिए। आप खाने में भी लहसुन मिला सकते हैं।
शहद Honey
शहद को सबसे अच्छा घरेलू एंटीबायोटिक माना गया है। इसमें एंटीसेप्टिक, सूक्ष्मजीवीरोधी और प्रज्वलनरोधी तत्व शामिल हैं। 2014 की एक रिसर्च के मुताबिक, शहद में अलग-अलग स्तर पर इंफेक्शन से लड़ने के गुण मौजूद होते हैं।
इससे इम्यून सिस्टम मजबूत होता है। रोजाना दालचीनी में बराबर मात्रा में शहद मिलाकर पीने से लाभ होता है।
हल्दी Turmaric
हल्दी आर्युवेदिक मेडिसीन मानी जाती है। बैक्टीरिया को नष्ट करने में हल्दी का इस्तेमाल किया जाता है। शरीर में होने वाली कई तकलीफों को इस नैचुरल एंटीबायोटिक से दूर किया जा सकता है।
हल्दी उत्तम कोटी की एंटी एलर्जी औषध है इसके अलावा दूध में मिलाकर पीने से शरीर के दर्द में भी राहत देती है l
एक चम्मच हल्दी में 5 से 6 चम्मच शहद मिलाकर इसे एयरटाइट जार में बंद कर दें और रोजाना आधा-आधा चम्मच इस मिक्सर को लें।
अद्रक Ginger
बैक्टीरिया से होने वाली हेल्थ प्रॉब्लम्स को नैचुरल एंटीबायोटिक अदरक ना सिर्फ ठीक करती है बल्कि हेल्थ प्रॉब्लम्स से बचाती भी है। खाने से होने वाली समस्याओं को ताजा अदरक खाकर दूर किया जा सकता है।
अदरक की चाय पीने से बैक्टीरिया इंफेक्शन खत्म करने में बहुत मदद मिलती है। आप चाहे तो 1 इंच लंबी अदरक का टुकड़ा लें उसे डेढ़ कप पानी में उबालकर पी सकते हैं। आप चाहें ता शहद और नींबू में अदरक डालकर पी सकते हैं। खाने में भी अदरक डाल सकते हैं।
निम Neem
नीम को भी नैचुरल एंटीबायोटिक माना गया है। पिंपल और एक्ने जैसे बैक्टीरिया को नीम से नष्ट किया जा सकता है। नीम से कई मुंह की समस्याओं जैसे कैविटी, मसूड़े की सूजन जैसी कई समस्याओं को दूर किया जा सकता है।
त्वचा के रोगों को दूर करने के लिए नीम लाभदायक है। नहाने के पानी में भी नीम का इस्तेमाल कर सकते हैं। या फिर ब्यूटी प्रोडक्ट्स में भी। त्वचारोगों में यह खून साफ़ करके जल्दी राहत देता है l
इसके अलावा निम्न आयुर्वेदिक जड़ी बूंटिया भी एंटीबायोटिक के रूप में काम आती हैं
दालचीनी
लवंग
हींग